शोल्डर डिस्लोकेशन (कंधा उतरना): क्या है लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर की सलाह

 


शोल्डर डिस्लोकेशन (कंधा उतरना) क्या होता है?

शोल्डर डिस्लोकेशन यानी कंधे का अपनी जगह से खिसक जाना। चोट लगने, गिरने या झटका लगने से जब कंधे की ऊपरी हड्डी शोल्डर सॉकेट से बाहर आ जाती है, तो इसे कंधा उतरना कहते हैं। यह समस्या आमतौर पर खिलाड़ियों (स्पोर्ट्स पर्सन्स) में होती है, लेकिन अब बदलती जीवनशैली के कारण आम लोग भी इससे प्रभावित हो रहे हैं।

कंधा उतरने पर क्या होता है?

  • बाजू को किसी भी दिशा में घुमाने में असमर्थता।
  • ह्यूमरस (Humerus) सॉकेट से बाहर आ जाता है।
  • कार्टिलेज, मांसपेशियों और ऊत्तकों में खिंचाव या टूट-फूट से असहनीय दर्द।

क्या कंधा उतरना सामान्य समस्या है?

पहली बार कंधा उतरना बहुत गंभीर समस्या नहीं होती, लेकिन इसे नजरअंदाज ना करें. तत्काल लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर / स्पोर्ट्स मेडिसिन कंसलटेंट से सलाह लें। 

गलती जो नहीं करनी चाहिए:

  • खुद जबरदस्ती कंधे को ठीक करने की कोशिश न करें।
  • लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर / स्पोर्ट्स मेडिसिन कंसलटेंट की सलाह के बिना दवाइयाँ न लें।
  • टीवी देखकर या मन से एक्सरसाइज न करें।

शोल्डर डिस्लोकेशन में प्राथमिक उपचारक्या करें और क्या ना करें?

क्या करें?

  • आराम करें: कंधे को हिलाने से बचें और किसी भी दर्द देने वाले मूवमेंट को रोकें।
  • बर्फ की सिकाई करें: लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर / स्पोर्ट्स मेडिसिन कंसलटेंट की सलाह से बर्फ का उपयोग करें, जिससे दर्द और सूजन कम होगी।
  • तत्काल लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर से संपर्क करें: विशेषज्ञ से मिलकर उचित निदान और उपचार करवाएं।

क्या ना करें?

  • अपनी मर्जी से कंधा अंदर करने की कोशिश न करें।
  • गरम पट्टी या मालिश से बचें।
  • किसी झोलाछाप या बिना योग्यता वाले व्यक्ति से इलाज न करवाएं।

शोल्डर डिस्लोकेशन का उपचार

नॉन-सर्जिकल प्रक्रिया: लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर एक विशेष तकनीक के माध्यम से कंधे की हड्डी को पुनः उसकी जगह पर स्थापित करते हैं। यह आमतौर पर OPD में किया जाता है, लेकिन कुछ मामलों में लोकल एनेस्थेशिया की आवश्यकता हो सकती है।उपचार के बारे में और अधिक जानने के लिए आप हमारा ये वीडियो भी देख सकते है. वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.

इसके बाद:

  • डॉक्टर मसल रिलैक्सेंट (मांसपेशियों को राहत देने वाली दवा) एवं अन्य उपचार सुझाते हैं।
  • मरीज को स्प्लिंट (Splint) या स्लिंग पहनने की सलाह दी जाती है, जिससे कंधे को स्थिर रखा जा सके।

क्या कंधा उतरने की समस्या दोबारा हो सकती है?

यदि:

  • लिगामेंट या मांसपेशियां कमजोर हैं
  • पहले चोट लग चुकी है
  • फिर से कंधे पर झटका लगता है

तो समस्या Recurrent Shoulder Dislocation बन सकती है। बार-बार कंधा उतरने की स्थिति में आर्थ्रोस्कोपिक सर्जरी की आवश्यकता पड़ सकती है। Recurrent Shoulder Dislocation के बारे में और अधिक जानने के लिए आप हमारे यू- ट्यूब चैनल पर ये वीडियो भी देख सकते है.वीडियो देखने के लिए यहाँ क्लिक करें.


अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)

1. क्या शोल्डर डिस्लोकेशन अपने आप ठीक हो सकता है?

नहीं, इसे अनदेखा करना गंभीर हो सकता है। हमेशा लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर/ स्पोर्ट्स मेडिसिन कंसलटेंट से परामर्श लें।

2. शोल्डर डिस्लोकेशन के लिए कौन-से एक्सरसाइज फायदेमंद हैं?

प्रारंभिक उपचार के बाद, लिगामेंट स्पेशलिस्ट डॉक्टर/ स्पोर्ट्स मेडिसिन कंसलटेंट की सलाह से ही एक्सरसाइज करे।

3. क्या मुझे तुरंत सर्जरी करवानी होगी?

पहली बार कंधा उतरने पर सर्जरी की जरूरत नहीं पड़ती, लेकिन बार-बार डिस्लोकेशन होने पर सर्जरी एकमात्र समाधान हो सकता है।


अपॉइंटमेंट बुक करें

अगर आपको या आपके किसी परिचित को शोल्डर डिस्लोकेशन की समस्या है, तो जल्द से जल्द डॉ. अभिषेक कलंत्री से संपर्क करें।

अपॉइंटमेंट बुक करने के लिए 90092-66651 पर कॉल करें : www.drabhishekkalantri.com




 

Comments

Popular posts from this blog

One more happy patient from USA, shared his experience after successful ACL Surgery by Dr. Abhishek Kalantri

शोल्डर सर्जरी के 7 महीनों में हुई गजब की रिकवरी,अब जिम में बिंदास कसरत करते है युवा कबड्डी खिलाड़ी

ACL Surgery Success Story: Patient Recommends Dr. Abhishek Kalantri as Top Doctor for Ligament Injuries