आइये जाने क्या होते है लिगामेंट्स ? Lets Talk about Ligaments
This is video is the first part of the series of educational and awareness video on Ligaments. Senior Arthroscopy Surgeon Dr. Abhishek Kalantri is telling about the structure, functions and role of ligaments in bone.
एक कहावत है कि पैर की मोच और छोटी सोच आगे बढ़ने नहीं देती. ये कहावत सौ फीसदी सही है पर आश्चर्य की बात ये है कि ज्यादातर लोग इसे गंभीरता से नहीं लेते. मैंने देखा है कि 90 % लोग अंदरूनी चोट को मामूली मोच समझकर नजरअंदाज कर देते है, उनमें से कई लोगों को इस असावधानी के कारण बहुत तकलीफ उठानी पड़ती है. जब कोई बाहरी चोट लगती है तो घाव देखकर हमें उसकी गंभीरता का अंदाजा हो जाता है, फ्रेक्चर होने और हड्डी टूटने पर भी कई बार देखकर समझ में आ जाता है. पर अंदरूनी चोट (ऐसी चोट जिसमें खून नहीं निकलता,दर्द, सूजन या लचक आती है ) लगने पर देखकर ये समझ नहीं आता कि चोट कितनी गंभीर या गहरी है? चोट से हड्डी या जोड़ के किस हिस्से को कितना नुकसान हुआ है. write up by Dr. Abhishek Kalantri, Best Arthroscopy surgeon, ligament injury,Sports injury ऐसे में चोट की गंभीरता समझे बिना ज्यादातर लोग अपनी मर्जी से इलाज शुरू कर देते है. कोई पहलवान के पास जाकर मसलाने लगता है, कोई गरम पानी से सेंक शुरू कर देता है तो कोई मोटी रोटी से सिकाई शुरू कर देता है. मेरे पास ऐसे भी कई पेशेंट्स आते है जिन्होंने गरम ईंट से सिंकाई कर ली थी. इन सबके कारण कई बार साधारण चोट गंभीर बन जाती है. इनसे आराम तो मिलता नहीं उलटा तकलीफ कई गुना बढ़ जाती है. कई बार लोग अपनी लापरवाही से मामूली दवाई, आराम और फिजियोथेरपी से ठीक होने वाली लिगामेंट इंज्यूरी को भी इतना गंभीर बना लेते है कि सर्जरी की नौबत आ जाती है. इसलिए छोटी सी अंदरूनी चोट को भी छोटा ना समझे. write up by Dr. Abhishek Kalantri, Best Arthroscopy surgeon, ligament injury,Sports injury इसलिए घुटने, कंधे, कोहनी, कलाई या पंजे में अंदरूनी चोट लगे तो प्लीज खुद डॉक्टर बनने की कोशिश ना करें. चोट लगने या किसी भी अन्य कारण से कलाई, कंधे, कोहनी, घुटने या पंजे में लगातार दर्द,सूजन या लालपन रहता हो, चलने में लचक आती हो, जोड़ अटकते हो, टक-टक की आवाज आती हो, किसी ख़ास जगह दर्द रहता हो, हाथ ऊपर करने में तकलीफ होती हो, सीढियां चढ़ने उतरने में पैर उतरने का डर लगता हो तो प्लीज इसे अनदेखा भी ना करें और खुद अपना इलाज करने की कोशिश भी ना करें. किसी नीम हकीम के पास जाने की जगह विशेषज्ञ डॉक्टर के पास जाए. सही समय पर सही सलाह और उपचार आपको भविष्य की कई तकलीफों से बचा लेगा. Article by Renowned Arthroscopy Surgeon & Sports Medicine Consultant Dr. Abhishek Kalantri, Indore
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